Sakhee Shagun
सखी शागुन की मीठी मीठी रात आई हैं
संग सजना के सजी एक बरात आई हैं
वारी जाऊं मैं पिया जी की मथवारी आँखों के
वारी जाऊं मैं पिया जी की काजरारी आँखों पे
संग सजना के सजी एक बरात आई हैं
सखी शागुन की मीठी मीठी रात आई हैं
पिया मारी जिया मारा तेरे बिन खाली
तेरे बिन तो मेरे दिन को खामखा जाने
पिया मारी जिया मारा तेरे बिन खाली
तेरे बिन तो मेरे दिन को खामखा जाने
सारे रसमों-रिवाजों से बंधी हैं डोर
मंगल वेला हैं
कैसी-कैसी हलचले मंची हैं मोरा जानता
अकेला हैं
मेरी सांसों ने मचाया कैसा शोर हैं
सारी दुनिया में फैला ये अंजोर हैं
वारी जाऊं मैं पिया जी की मतवारी आँखों के
वारी जाऊं मैं पिया जी की काजरारी आँखों पे
संग सजना के सजी एक बरात आई हैं
सखी शागुन की मीठी मीठी रात आई हैं
सखी शागुन की मीठी मीठी रात आई हैं
पिया मारी जिया मारा तेरे बिन खाली
तेरे बिन तो मेरे दिन को खामखा जाने
पिया मारी जिया मारा तेरे बिन खाली
तेरे बिन तो मेरे दिन को खामखा जाने